विकास की सीमाएं नहीं होती: डॉ अभय सिंह यादव
महेंद्रगढ़ हल्के के विधायक के एक दैनिक समाचार पत्र में छपे बयान पर अपनी सहज प्रतिक्रिया देते हुए नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव ने कहा कि विकास की सीमाएं किसी व्यक्ति या हल्के में बांधी नहीं जा सकती। विकास एक सतत् एवं समग्र प्रक्रिया है। नारनौल- महेंद्रगढ़- दादरी सड़क एक ऐसी सड़क है जो न केवल महेंद्रगढ़ जिले के लिए महत्वपूर्ण है, अपितु देश के उत्तर , पश्चिम और दक्षिण के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
विषय को स्पष्ट करते हुए डॉ यादव ने कहा कि विकास सत्ताधारी सरकार करवाती है और इसलिए उसका श्रेय भी उसी सरकार को जाना तय है। 2014 में जब यह सरकार सत्ता में आई उस समय नारनौल- दादरी सड़क की दुर्दशा सभी को याद है। सरकार ने आते ही इस सड़क का पुनर्निर्माण करवाया एवं इसके बाद 2015 में इस सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करवाया। डॉक्टर यादव ने कहा कि यह सरकारी रिकॉर्ड की बात है कि 2015 में नारनौल रेवाड़ी रोड नेशनल हाईवे घोषित होने के उपरांत इस सड़क को भी नेशनल हाईवे घोषित करने के लिए तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मन्त्री राव नरबीर सिंह के आग्रह पर माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने तत्कालीन भूतल परिवहन मंत्री को पत्र लिखा था। उस पत्र के जवाब में इस सड़क की स्वीकृति प्राप्त हुई थी।
तदोपरांत अतिरिक्त जमीन अधिकृत की गई एवं राष्ट्रीय राजमार्ग 148बी का राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा निर्माण प्रारम्भ करवाया । इसी दौरान ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे 152डी का काम प्रारंभ हो गया तथा इन दोनों सड़कों के बीच दूरी कम होने की वजह से इस भाग को वापिस राज्य सरकार को सौंप दिया गया। यद्यपि सांसद चौधरी धर्मवीर जी ने इस सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग ही रखने के लिए काफी प्रयास किए और उन्होंने इस विषय में भूतल परिवहन राज्यमंत्री से भी व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की थी। इसके उपरान्त 20 दिसंबर 2015 को माननीय मुख्यमंत्री महोदय की नारनौल रैली में हम सभी की मांग पर माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने इस सड़क को चारमार्गी बनाने की घोषणा की थी। उसी के अनुरूप अब इस सड़क की प्रशासकीय स्वीकृति जारी हुई है।
जब सरकार क्षेत्र के लिए कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेती है तो उसकी जानकारी अवश्य क्षेत्र की जनता को देनी चाहिए और जानकारी देने से किसी को विचलित होने की आवश्यकता नहीं है। डॉ यादव ने कहा कि सरकार के विकास कार्यों को सिरे चढ़ाने के लिए हर स्टेज पर उस काम का पीछा करना पड़ता है तब जाकर काम आगे बढ़ते हैं और गति पकड़ते हैं। नारियल तोड़ने की स्टेज जब काम अंतिम रूप से स्वीकृत होकर चालू होता है तब आती है। उस तक पहुंचने के लिए किसी न किसी को तो प्रयास करने ही होते हैं।
जहां तक महेंद्रगढ़ हल्के के विकास की बात है उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने महेंद्रगढ़ हल्के में न केवल सड़कों पर काम किया है अपितु नहरी जल व्यवस्था में भी आमूलचूल सुधार किया है। महेंद्रगढ़ हलके के कई गांवों के तत्कालीन सरपंच इस बात के साक्षी हैं कि महेंद्रगढ़ गौशाला तक नहर के पानी को नदी के रास्ते ले जाने का कार्य किस तरह से उनके आवेदन के मात्र कुछ महीनों के अंदर ही पूरा हो गया था। इसी तरह भाजपा सरकार ने बसई माइनर के चिर लम्बित जीर्णोद्धार समेत अनेक काम करवाए हैं। महेंद्रगढ़ माइनर काफी सालों से बदहाल पड़ी थी। अब उस माइनर के पुनर्निर्माण के लिए भी लगभग 5 करोड रुपए की लागत के टैंडर हुए हैं । इस नहर की निश्चित दूरी तक क्षमता बढ़ाने के अतिरिक्त पूरी नहर का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इससे पल, पाल, बैरावास, गडानियां एवं खेड़की आदि गांवों की जल व्यवस्था में सुधार होगा। रबी की फसल के दोरान जो पानी नदी में छोड़ा जाता रहा है उस पानी का उपयोग फसल के समय इस माइनर के माध्यम से इन गांवों की भूमि तक पहुंचा कर फसल के समय इस पानी का भी सदुपयोग हो पाएगा एवं इन गांवों की चिर लंबित समस्या में काफी सुधार होगा।
विधायक जी मैं महेश जांगिड़ नांगल नूनिया से हमारे यहां बिजली की समस्या है आपने आधे पोल तो लगवा दिए है बाकी आधे नही लगे हैं बिना बिजली के बच्चो की पढ़ाई नहीं हो पा रही है अत आपसे निवेदन है की इसका समाधान करे और वैसे आगे इलेक्शन आने वाले है बाकी आप जो चाहो
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