जिले के नाम बदलने की राजनीति अवांछित : डा. अभय सिंह यादव

 नांगल चौधरी के विधायक डा. अभय सिंह यादव ने महेंद्रगढ़ जिले का नाम बदलने संबंधी अटकलों पर पहली बार बोलते हुए कहा कि इस तरह की बिना वजह की बातें जहां से भी पैदा की जा रही हैं वह अत्यंत अवांछनीय तथा जिले के सौहार्दपूर्ण वातावरण को खराब करने की बेवजह की कोशिश है। महेंद्रगढ़ जिले का नाम 'महेंद्रगढ़' आजादी से आज तक है और इसमें किसी को भी कोई ना ऐतराज है और ना ही इस तरह की बातों की बिना काम की राजनीति की कोई गुंजाइश है। 

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह व्यक्तिगत रूप से न तो जिला के नाम बदलने के पक्ष में है और ना ही महेंद्रगढ़ जिले को दो हिस्सों में बांट कर नया जिला बनाने के पक्ष में हैं। महेंद्रगढ़ जिले की एक भौगोलिक, भावनात्मक और सामाजिक एकता है जो समस्त जिले के लोगों को आपसी रिश्तो की प्रगाढ़ता से जोड़ती है। इसमें ना ही कोई भौगोलिक अलगाव की गुंजाइश है। लोगों को इन बातों की राजनीति व बिना काम की  अखबारबाजी से परहेज करना चाहिए। हां प्रशासनिक सुविधा के लिए महेंद्रगढ़ के जिला स्तर के अधिकारी सप्ताह के कुछ दिनों में महेंद्रगढ़ में जाकर जनता की सुविधा के लिए वहां बैठते हैं तो यह अच्छी बात है। लोगों को यदि अधिकारियों के थोड़े से प्रयत्न से सुविधा मिल जाती है तो अधिकारियों को ऐसे प्रयास लगातार करते रहना चाहिए। लेकिन जिले को बांटना या जिले के नाम में किसी तरह का परिवर्तन करना किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं है और वह व्यक्तिगत रूप से यह प्रयास करेंगे कि सरकार के स्तर पर इस तरह की बातें पूर्ण रूप से बंद हों और इन अफवाहों पर विराम लगे। जहां-जहां भी जिले अलग बने हैं वहां लोगों का आपसी संपर्क खत्म हो जाता है और सामाजिक एकता और भावनात्मक मजबूती का तानाबाना खत्म हो जाता है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत एवं भावनात्मक रूप से वह इस जिले की एकता को प्यार करते हैं। अतः इस जिले के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ का वह हमेशा पुरजोर विरोध करेंगे । हां, जहां भी जिले में विकास की कमी दिखाई दे उसके लिए हम सभी को मिलकर अपनी आवाज उठानी चाहिए । उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़-दादरी रोड में जहां-जहां दिक्कतें हैं विशेषकर महेंद्रगढ़ शहर में तथा कुछ गांवों के अड्डों पर उसके बारे में उन्होंने व्यक्तिगत रूप से गत विधान सभा सेशन में उपमुख्यमंत्री से मुलाकात करके इसका काम शीघ्र करवाने के लिए तथा इसके चारमार्गी निर्माण के लिए उनसे पुरजोर सिफारिश की थी।  उन्होंने अगले दिन डा. यादव को सूचित किया था कि 4 करोड रुपए की राशि विशेषकर महेंद्रगढ़ शहर में पड़ने वाले राजमार्ग की रिकॉर्पेटिंग के लिए एवं नांगल सिरोही, पाली, आकोदा, बधवाना, पालड़ी वगैरा गांवों के पास जो रोड की खराब हालत है उसके लिए मंजूर कर दिए हैं। 

डा. अभय ने कहा कि वह पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं तथा उनकी यह कोशिश है कि इस रोड की मरम्मत अगले कुछ समय में कर दी जाए तथा इसके चारमार्गी  निर्माण के लिए भी सरकार के स्तर पर एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के माध्यम से प्रयास प्रारंभ हो चुके हैं। डा. यादव ने सभी जिलावासियों से अपील की कि हम सब मिलकर विकास के लिए प्रयत्न करें और इस नाम बदलने की राजनीति से बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि विकास का सही रास्ता सकारात्मक सोच है झूठी राजनीति नहीं। उन्होंने अंग्रेजी कवि शेक्सपियर की एक कविता को उद्धृत करते हुए कहा कि गुलाब को चाहे किसी भी नाम से पुकारो परंतु सुगंध वही रहती है अत: असली तो सुगंध होती है नाम नहीं। अतः हम सबको विकास की सुगंध की तलाश करनी चाहिए नाम की नहीं।

डा. अभय सिंह यादव


Comments

  1. Vidhayak ji yug purush ho aap
    Majari,Jhunjhunu rajasthan!

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